Nirjla Ekadashi Vrat 2024: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी कहते हैं! निर्जला एकादशी का व्रत कब रखा जाता है !इसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है! प्रत्येक महीने में वैसे तो दो एकादशियां होती हैं! एक कृष्ण पक्ष की एकादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष में एकादशी!
हर एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा का विधान है! एकादशी का व्रत रखने से भगवान श्री हरि अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं!तो आईए जानते हैं इस माह में निर्जला एकादशी कब मनाई जाएगी?और निर्जला एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या होगा? निर्जला एकादशी के पारण का समय!
निर्जला एकादशी का महत्व: बता दें कि सभी एकादशियों में सबसे श्रेष्ठ ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की इस निर्जला एकादशी को माना जाता है! इस निर्जला एकादशी का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है! निर्जला एकादशी में निर्जल यानी बिना पानी पिए व्रत करने का विधान है !
कहते हैं जो व्यक्ति साल के सभी एकादशियों पर व्रत नहीं कर सकता तो इस एकादशी के दिन का व्रत करके बाकी एकादशियों के व्रत का लाभ उठा सकता है!
निर्जला एकादशी का व्रत काफी कठिन माना जाता है, कि में अन्न जल कुछ भी ग्रहण करने की मनाही होती है!ऐसे में इस व्रत को करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है! और भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है !
एकादशी का शुभ मुहूर्त और पारण का समय: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि आरंभ 17 जून को सुबह 4:45 पर प्रारंभ होगी! एकादशी समाप्त होगी 18 जून को सुबह 7:28 पर निर्जला एकादशी तिथि 18 जून 2024 को
निर्जला एकादशी 2024 पारण का समय 19 जून को सुबह 5:24 से सुबह 7:28 के बीच में पारण का समय रहेगा!
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