अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ अपने पहले इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अहम मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने रूस, चीन, पाकिस्तान, डोनाल्ड ट्रंप, गुजरात दंगे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए। यह इंटरव्यू दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। आइए जानते हैं इस इंटरव्यू की 10 प्रमुख बातें:
1. रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर कहा कि भारत शांति का पक्षधर है और हमेशा से दोनों देशों के बीच संतुलित कूटनीति अपनाता रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की विदेश नीति गुटनिरपेक्षता और वैश्विक स्थिरता पर आधारित है।
2. पाकिस्तान के साथ संबंधों पर बयान
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने 2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था। हालांकि, भारत के हर शांति प्रयास का जवाब पाकिस्तान ने दुश्मनी से दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन पाकिस्तान शांति का मार्ग अपनाएगा।
3. चीन और सीमा विवाद पर मोदी का रुख
प्रधानमंत्री ने भारत-चीन संबंधों पर कहा कि टकराव के बजाय स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सीमा पर हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन विश्वास बहाली में अभी समय लगेगा।
4. डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्तों पर मोदी की राय
मोदी ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को साहसी नेता बताया। उन्होंने ‘हाउडी मोदी’ इवेंट का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रंप ने बिना किसी हिचकिचाहट के उनके साथ मंच साझा किया, जिससे दोनों नेताओं के बीच आपसी विश्वास झलकता है।
5. गुजरात दंगों पर मोदी का जवाब
2002 के गुजरात दंगों पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह घटना दुखद थी, लेकिन इसके बाद राज्य में स्थायी शांति कायम रही। उन्होंने यह भी जोड़ा कि न्यायपालिका की जांच में उनकी सरकार को निर्दोष करार दिया गया।
6. RSS से मिली सीख
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने उन्हें देश सेवा और अनुशासन का महत्व सिखाया। उन्होंने बताया कि बचपन में शाखाओं में शामिल होकर उन्होंने राष्ट्रप्रेम और सामाजिक सेवा के मूल्यों को आत्मसात किया।
7. महात्मा गांधी पर मोदी की सोच
मोदी ने महात्मा गांधी को हर युग का प्रेरणास्त्रोत बताया। उन्होंने कहा कि गांधीजी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और उन्हें मार्गदर्शन देती हैं।
8. AI और टेक्नोलॉजी पर मोदी का विजन
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने इसके नैतिक उपयोग की वकालत की। उन्होंने कहा कि भारत में AI को मानवता के कल्याण के लिए विकसित किया जाना चाहिए।
9. भारत की सांस्कृतिक विविधता पर गर्व
मोदी ने कहा कि भारत में 100 से ज्यादा भाषाएं और हजारों बोलियां बोली जाती हैं, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं।
10. आलोचना को सकारात्मक रूप में लेने की सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना एक आवश्यक तत्व है। उन्होंने बताया कि वह आलोचना को आत्म-सुधार का माध्यम मानते हैं और इसे सकारात्मक रूप से लेते हैं।
निष्कर्ष:
यह इंटरव्यू प्रधानमंत्री मोदी के विचारों और उनकी कूटनीतिक रणनीतियों को समझने का एक महत्वपूर्ण जरिया साबित हुआ। उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की, जिससे भारत की वैश्विक स्थिति को लेकर उनकी दृष्टि सामने आई।
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